भाषण पर संकट मंडरा रहा है भाषण पर संकट मंडरा रहा है


संकट ने घेरा है, अपने राम को बुलाओ। उदासी ने मुझे घेर लिया है गीत | आओ मेरे हनुमान – मुसीबत ने मुझे घेर लिया है। Lyrics meaning: संकट ने घेर लिया है | राम पुरारे भजन

उदासी ने मुझे घेर लिया है गीत

संकट ने घेर लिया है,
आज अपने राम को बुलाओ,
आओ मेरे हनुमान
भाई की मूर्खता तोड़ना,
अपनी जान बचाओ
आओ मेरे हनुमान

पंक्तियाँ – नफरत की दुनिया छोड़ कर.

पापी ने धोखा दिया,
शक्ति समर्पण करो,
मुझे बेहोश पड़ा देखो
कितना प्यारा पत्र है
अब मेरी आँखों में आँसू हैं,
तुम्हारा राम पुकारता है,
आओ मेरे हनुमान
भाई की मूर्खता तोड़ना,
अपनी जान बचाओ
आओ मेरे हनुमान

माँ के पास जाकर,
मुझे क्या कहना चाहिए
अब दुनिया कैसी है?
मैं तुम्हें एक दुखद कहानी सुनाऊंगा,
तुम आओ और मेरी लॉज बचाओ,
तुम्हारा राम पुकारता है,
आओ मेरे हनुमान
भाई की मूर्खता तोड़ना,
अपनी जान बचाओ
आओ मेरे हनुमान

जैसे ही सूरज उगता है,
पहले आना
वरना मैं भी,
जीवित नहीं मिला
भाई का दुःख कैसे सहें,
तुम्हारा राम पुकारता है,
आओ मेरे हनुमान
भाई की मूर्खता तोड़ना,
अपनी जान बचाओ
आओ मेरे हनुमान

जब भी तुम्हारा राम,
दुखों ने मुझे घेर लिया है,
आप यहाँ आए
उदास हो गया
अब ‘हर्ष’ को देर क्यों करनी चाहिए?
तुम्हारा राम पुकारता है,
तुम्हारा राम पुकारता है,
आओ मेरे हनुमान
भाई की मूर्खता तोड़ना,
अपनी जान बचाओ
आओ मेरे हनुमान

संकट ने घेर लिया है,
आज अपने राम को बुलाओ,
आओ मेरे हनुमान
भाई की मूर्खता तोड़ना,
अपनी जान बचाओ
आओ मेरे हनुमान

उदासी ने मुझे घेर लिया है गीत

उदासी ने मुझे घेर लिया है अंग्रेजी में गीत

संकट ने घेरा है बोल संकट ने घेरा है गीत संकट ने घेरा है आज तेरा राम पुकारे रे - भजन
संकट ने घेरा है बोल संकट ने घेरा है आज तेरा राम पुकारे रे – भजन

मुसीबतों ने मुझे घेर लिया,
आज मैं अपने राम को बुला रहा हूँ,
आओ मेरे हनुमान
भाई का माथा तोड़ दो,
प्राण सेव ले रे,
हनुमान ही आते हैं।।1।।

तरज – नफरत की दुनिया को चिल्लाओ।

पापी ने धोखा नहीं दिया,
शक्ति को मारा,
भूला हुआ चरण देखें,
कैसे हो यार
अब मेरी आंखों में आंसू हैं,
तुम्हारा राम मुझे बुला रहा है,
आओ मेरे हनुमान
भाई का माथा तोड़ दो,
प्राण सेव ले रे,
आओ हनुमान ही।।2।

माँ का कोट पहनना,
मेरे द्वारा आपको क्या बताया जा सकता है?
अब दुनिया कैसी है?
मैं तुम्हें दुःखी बताऊंगा
आपने मेरा दिन बचा लिया
तुम्हारा राम मुझे बुला रहा है,
आओ मेरे हनुमान
भाई का माथा तोड़ दो,
प्राण सेव ले रे,
आओ मेरे हनुमान।।3।

सूर्य की अग्नि से,
पहले आना
वरना मैं भी तुम
जीवित नहीं मिला,
भाई, तुम कैसे खेल रहे हो?
तुम्हारा राम मुझे बुला रहा है,
आओ मेरे हनुमान
भाई का माथा तोड़ दो,
प्राण सेव ले रे,
आओ हनुमान ही।।4।

जब तुम्हारे राम भी,
दुःख ने घेर लिया है,
आप एक ही आकार के हैं
खेल से उबर गया,
अब ‘हर्ष’ में ढील क्यों?
तुम्हारा राम मुझे बुला रहा है,
तुम्हारा राम मुझे बुला रहा है,
आओ मेरे हनुमान
भाई का माथा तोड़ दो,
प्राण सेव ले रे,
आओ मेरे हनुमान..5

मुसीबतों ने मुझे घेर लिया,
आज मैं अपने राम को बुला रहा हूँ,
आओ मेरे हनुमान
भाई का माथा तोड़ दो,
प्राण सेव ले रे,
आओ मेरे हनुमान।।6।

उदासी ने मुझे घेर लिया है गीत

और पढ़ें: उन्होंने हर घटिया हरकत को हनुमान जी का भजन बना दिया।

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